Sukanya Samriddhi Yojana Startसुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार द्वारा बेटियों के उज्ज्वल भविष्य और उनकी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चलाई गई एक विशेष बचत योजना है। यह योजना खासतौर पर उन अभिभावकों के लिए बनाई गई है, जो अपनी बेटियों की उच्च शिक्षा और विवाह के लिए धन संचित करना चाहते हैं। यह एक लंबी अवधि की बचत योजना है, जिसमें निवेश करने पर अच्छा ब्याज मिलता है और कर लाभ भी उपलब्ध होता है।
योजना की शुरुआत और उद्देश्य सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत भारत सरकार ने जनवरी 2015 में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत की थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश की बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और माता-पिता को उनकी शिक्षा तथा विवाह के लिए बचत करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
योजना के प्रमुख लाभ
- उच्च ब्याज दर: सरकार इस योजना पर आकर्षक ब्याज दर प्रदान करती है, जो आमतौर पर अन्य बचत योजनाओं की तुलना में अधिक होती है। वर्तमान में यह दर 8.20% प्रति वर्ष है।
- कर छूट: इस योजना के अंतर्गत किए गए निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर छूट मिलती है।
- लंबी अवधि की बचत: यह योजना 21 वर्षों तक चलती है, जिससे माता-पिता के पास अपनी बेटी के भविष्य के लिए पर्याप्त धन संचित करने का अवसर मिलता है।
- न्यूनतम निवेश: इस योजना में न्यूनतम 250 रुपये की जमा राशि से खाता खोला जा सकता है और अधिकतम 1.5 लाख रुपये वार्षिक जमा किए जा सकते हैं।
- बेटी को आर्थिक स्वतंत्रता: जब बेटी 18 वर्ष की हो जाती है, तो उसे खाते का संचालन करने की अनुमति मिल जाती है।
योजना में निवेश संबंधी नियम
- खाता खोलने की न्यूनतम आयु 10 वर्ष या उससे कम होनी चाहिए।
- इस योजना में न्यूनतम 250 रुपये मासिक या वार्षिक जमा किए जा सकते हैं।
- अधिकतम वार्षिक निवेश 1.5 लाख रुपये हो सकता है।
- इस खाते में 15 वर्षों तक निवेश करना अनिवार्य होता है।
- माता-पिता की अनुपस्थिति में बेटी स्वयं इस खाते का संचालन कर सकती है।
- यह खाता केवल भारतीय नागरिकों के लिए मान्य है।
- एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के लिए ही यह खाता खोला जा सकता है।
खाते की परिपक्वता और निकासी नियम
- खाता खुलने की तिथि से 21 वर्षों के बाद यह परिपक्व हो जाता है।
- बेटी के 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर शिक्षा के लिए 50% तक की निकासी की जा सकती है।
- विशेष परिस्थितियों में, जैसे कि बेटी की शादी या गंभीर बीमारी, समय से पहले निकासी की अनुमति दी जाती है।
सुकन्या समृद्धि योजना में 250, 500 और 750 रुपये जमा करने पर मिलने वाला रिटर्न अगर कोई अभिभावक इस योजना में हर महीने 250, 500 या 750 रुपये जमा करता है, तो 15 वर्षों तक नियमित निवेश करने के बाद 21 वर्षों में उसे एक बड़ा फंड प्राप्त होगा।
मासिक निवेश | 15 वर्षों में कुल निवेश | 21 वर्षों में परिपक्व राशि (8.20% ब्याज दर पर) |
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₹250 | ₹45,000 | ₹12-14 लाख रुपये |
₹500 | ₹90,000 | ₹24-28 लाख रुपये |
₹750 | ₹1,35,000 | ₹36-42 लाख रुपये |
यदि कोई व्यक्ति अधिकतम 1.5 लाख रुपये वार्षिक निवेश करता है, तो 21 वर्षों में उसे लगभग 74 लाख रुपये की परिपक्व राशि प्राप्त हो सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने की प्रक्रिया इस योजना में खाता खोलने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:
- नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस जाएं:
- इस योजना का खाता किसी भी अधिकृत बैंक या डाकघर में खोला जा सकता है।
- आवेदन पत्र प्राप्त करें:
- सुकन्या समृद्धि योजना के लिए एक आवेदन पत्र भरना होगा।
- आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें:
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र।
- माता-पिता या अभिभावक का पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि)।
- पता प्रमाण पत्र (राशन कार्ड, बिजली बिल, बैंक स्टेटमेंट आदि)।
- पासपोर्ट साइज फोटो।
- न्यूनतम राशि जमा करें:
- खाता खोलते समय न्यूनतम 250 रुपये जमा करना आवश्यक होता है।
- पासबुक प्राप्त करें:
- सफलतापूर्वक खाता खुलने के बाद अभिभावकों को पासबुक प्रदान की जाती है।
योजना की प्रमुख विशेषताएं
- सरकार समर्थित और सुरक्षित योजना।
- कोई भी सरकारी टैक्स इस खाते पर नहीं लगता है।
- बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए सबसे बेहतर विकल्प।
- बचत खाते को किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंक में ट्रांसफर किया जा सकता है।
- डिजिटल भुगतान के माध्यम से भी इस खाते में राशि जमा की जा सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के उज्ज्वल भविष्य की ओर एक सशक्त कदम है। यह योजना न केवल बेटियों की शिक्षा और विवाह के लिए एक सुरक्षित बचत विकल्प प्रदान करती है, बल्कि माता-पिता को भी उनकी आर्थिक स्थिरता में मदद करती है। यदि आप अपनी बेटी के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाना चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। समय पर निवेश करने से आपकी बेटी को बड़े वित्तीय लाभ मिल सकते हैं और वह आत्मनिर्भर बन सकती है।